अनुक्रमणिका (सांझी - पृष्ठ )
क्रम संख्या
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रचना
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राग
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ताल
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पृष्ठ संख्या
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Audio Sample
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1
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कैसी सांझी की आज धूम मची, मै प्यारी तोरे हाथन की
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काफी
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तिताला
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8
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2
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कैसी री बनार्इ सांझी फूलन की तुम प्यारी, छवि देखन आए बनवारी
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काफी
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झप
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8
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3
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सांझी बनी राधा प्यारी की सुन्दर आज, गावे अनुराग भरी राग सखी खमाज
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खमाज
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तिताल
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8
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4
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कोर्इ नर्इ नार चतुर सुधर आर्इ, जिन सांझी फूलन की आज बनार्इ
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शोरठ
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एकताल
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8
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5
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चलो री सब देखन सांझी राधा की हिल मिल ब्रजनार
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कल्याण
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ब्रहम ताल
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8
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6
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सखी जाने दे जाने दे, बड़ी बेर, होत राधा प्यारी ने बुलार्इ हम
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काफी
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त्रिताल
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8
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7
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मोही कल न परत घरी पल छिन निश दिन
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परज
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एकताल
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8
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8
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सांझी की कैसी धूम मची री आज
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-
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तिताला
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8
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9
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कौन बनार्इ सांझी प्यारी राधा की अलवेली आज
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-
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तिताला
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8
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