क्रम संख्या
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रचना
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राग
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ताल
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पृष्ठ
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Audio Sample
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1
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तुम जीते हम हारी ए बनवारी
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दरबारी कान्हरा
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त्रिताला
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2
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कुवन गुन रूस रहे हो, पुंछत उत्तर न देत
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बिहाग
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धीमा
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4
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3
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वाके गृह जाओ, तो हमारे न आओ
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बिहाग
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धीमा
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4
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4
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काहे तुम वेणु बजाय के बुलार्इ हम
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विहाग
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त्रितंल
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4
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5
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जिन बातन जिया ललचावत हो
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कलिंगड़ा
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तिताल
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4
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6
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काहे अनबोल, रहत हो अपने पिया संग, सखि कहत क्यों न मन खोल
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हमीर
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धीमा त्रिताल
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4
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7
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मचल रही री, प्रिया मान भरी री अपने पिया संग
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हमीर
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धीमा त्रिताल
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4
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8
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मोसे ऐंडो बे गैल छैल डोले री न बोलै
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सोहनी परज -
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तीन ताल
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4
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9
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कर ले दर्पन, निरखो नैनन अपनो आनन
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पीलू
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तिताला
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4
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10
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जाओ जाओ जी हटो, जिन मेरी बहियां गहो
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तिलंग
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4
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11
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जाओ जी जाओ, हम जानी थारी प्रीत सांवरिया
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विहागड़ा
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त्रिताल
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4
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12
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सगरी रैन तुम बिन तरफ तरफ बीत गर्इ
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विहाग
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त्रिताल
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4
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13
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मान करे री काहे नार (सो मोरी आली)
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काफी
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तिताला
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4
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14
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कौन के काल की रात रहे सांवरे
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नायकी कान्हड़ा
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झपताल
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4
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15
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रैन के जगे आए हो मेरे
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कान्हरा
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ध्रुपद
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4
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16
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कौन सौतन घर रहे पिया प्यारे
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स्यहान
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सूल
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4
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17
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जरत मन शिशिर तन लोचन अरूण भवन
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यमन कल्यान
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सूल
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4
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18
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ए तुम कौन के रंग, रस माते फिरते हो
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मालकौंस
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धु्रपद
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4
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19
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तेरो री चंद्रबदन, सुख को सदन मदन मोहन
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अड़ाना कान्हरा
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ध्रुपद
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4
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20
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न जारे पियारे सौतनियां के
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खमाच का
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4
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21
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जानी जानी जी जानी जी
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तिलंग
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4
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22
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कौन के ग्रह रहे प्यारे सारी रैन,
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देसी कान्हरा
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झपताल
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4
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23
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रैन के उनींदे हो तुम
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पीलू
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तिताला
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4
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24
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जिन अटके मोसे बीच डगर ए प्यारे
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बहार
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4
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25
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तुम कौन देश ते आए हो
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बहार
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तिताला
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4
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26
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तिहारे पैआ लागूं सैया मोरी मान ले
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भैरवी ठुमरी
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तिताला
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4
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27
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तिहारे पैआ लागूं मोरी मान ले
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तिताल
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4
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28
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कहा परी तोहे बान लाडली
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शोरठ
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आडा
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4
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29
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लाडली, काहे को करत मान पिया संग
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हिंडोल विहाग
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4
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30
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जिन बातें न बनाओ
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खम्माच
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आडा चौताला
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4
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31
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अधर धर मधुर वसिया बजाय रहो री
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जौनपुरी
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झपताल
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4
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32
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कौन के भवन रैन जागे लाडले, मुकर कर ले
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कान्हरा
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धम्माल
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4
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33
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कितने कर्इ हम जतन करे री
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कालगंडा
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धम्माल
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4
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34
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ए कौन वान परी तुहे मोहन
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जौनपुरी
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तिताल
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4
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